हरियाणा पराली योजना 2022 | Parali Registration Form

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नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप सभी जानते हैं, हाल के वर्षों में वायु प्रदूषण में काफी वृद्धि हुई है। इससे लोगों को

शुद्ध हवा नहीं मिल पाती । परिणामस्वरूप लोगों को भारी कष्ट सहना पड़ता है। हर कोई जानता है कि अगर वायु

प्रदूषण की बात करें तो दिल्ली की वायु गुणवत्ता भारत में सबसे खराब है। इसके भी कई कारण होते हैं। अपनी

बड़ी आबादी के कारण दिल्ली में सबसे खराब वायु प्रदूषण है।

पराली जलाना दिल्ली में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर में योगदान देने वाला एक अन्य कारक है। सभी को बताएं कि यह सच है जब आप दिल्ली क्षेत्र में किसानों द्वारा उगाए जा रहे चावल, गेहूं, बाजरा और अन्य फसलों को देखते हैं। इस प्रकार, उनके पास बचे हुए ठूंठ रह जाते हैं, जिसे सभी किसान जला देते हैं, जो दिल्ली में वायु प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

 

हरियाणा पराली योजना 2022 | Parali Registration Form

वायु प्रदूषण के परिणामस्वरूप लोगों को बहुत परेशानी होती है, जो एक गंभीर समस्या है। इसलिए,

वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार इसी तरह के कई कार्यक्रम चलाती है। हरियाणा सरकार

 ने एक ऐसा कार्यक्रम विकसित किया है, जिसे हरियाणा पराली योजना 2022 के रूप में जाना जाता है।

तो दोस्तों, क्या आपने इस योजना के बारे में सुना है? यदि नहीं, तो आपको चिंतित नहीं होना चाहिए।

क्योंकि आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से हरियाणा पराली योजना 2022 के बारे में बहुत सारी

जानकारी देने जा रहे हैं, जिसमें यह क्या है और इसके फायदे क्या हैं।

हरियाणा पराली योजना क्या है ?

दोस्तों सबसे पहले हम आपको बता दें कि इस कार्यक्रम की शुरुआत हरियाणा राज्य में मुख्यमंत्री श्री मनोहर

लाल खट्टर द्वारा की गई थी। इससे हरियाणा के किसान पराली जलाने के बजाय सरकार को बेच सकेंगे। रुपये के

लिए। 1000 प्रति एकड़, सरकार किसानों के लिए भूसा खरीदेगी करेगी । 

जिससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब सरकार को अपने राज्यों के किसानों को प्रोत्साहित करने का आदेश दिया है. इसलिए यह हरियाणा पराली  योजना शुरू की गई है।

कटाई के बाद राज्य के किसान पराली जलाते थे, जिससे दिल्ली जैसे शहरों की हवा दूषित हो जाती थी. इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तो, सरकार वह थी जिसने इस योजना की शुरुआत की थी।

किसानों को पट्टे पर दिए गए पुआल बनाने के उपकरण के परिणामस्वरूप सरकार ने भी इस कार्यक्रम की शुरुआत की। मशीन काफी महंगी है, जिससे औसत किसान के लिए इसे जोड़ना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है। किसान इसकी वजह से पराली जला देते थे, जिससे प्रदूषण बढ़ता था।

हरियाणा पराली प्रोत्साहन योजना लाभ

  • सरकार में सभी किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए पराली खरीद कर उसके बदले पैसे देने की योजना शुरू करी है। 
  • इस योजना से किसानों की अतिरिक्त आमदनी होगी जिससे उनके और उनके परिवार को बहुत लाभ होगा।
  • सरकार हरियाणा के किसानों से पराली खरीद कर उन्हें ₹1000 प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक मदद करेगी। 
  • किसान पराली का बंडल बनाकर उसे बेच सकते हैं। इसके बदले में किसानों को अधिकतम ₹1000 प्रति एकड़ या ₹50 प्रति क्विंटल की राशि प्रदान की जाएगी।
  • हरियाणा सरकार ने बताया है कि अब कई ऐसी कंपनियां सामने आ रही है जो पराली खरीद कर किसानों को अच्छे दाम देने के लिए तैयार है। इससे किसानों को भी लाभ होगा और वातावरण भी शुद्ध रहेगा।
नामहरियाणा पराली योजना
कहाँ लांच हुईहरियाणा
किसने शुरू कीमुख्यमंत्री मनोहर लाल
कब लांच हुईअक्टूबर 2021
विभागकृषि एवं कल्याण विभाग
लाभ1000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशी
हेल्पलाइन नंबरनहीं है
Haryana Sarkar Parali Incentive Scheme हरियाणा सरकार पराली प्रोत्साहन योजना केंद्र सरकार से

 सब्सिडी मिलने के बाद भी पराली मशीन की कीमत लगभग रु. 15 लाख प्रति ग्राम, इसलिए यह सस्ता नहीं है।

देश के किसानों के लिए पराली मशीन का किराया बेहद महंगा है। किसान वहन करने में असमर्थ हैं। सुप्रीम कोर्ट 

ने पंजाब और हरियाणा की राज्य सरकारों को आदेश दिया है कि इन सभी समस्याओं का समाधान करने और 

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए किसानों को प्रोत्साहन प्रदान किया जाए।

सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, हरियाणा सरकार ने पराली प्रोत्साहन योजना शुरू करने का फैसला किया है। छोटे और 

सीमांत किसानों को राज्य सरकार से 100 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा। जिन किसानों ने अपनी पराली नहीं जलाई है। 

पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर में इन-सीटू कृषि अवशेषों के निपटान को बढ़ावा दिया जाता है।

पराली बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online Registration)

  • किसान को प्रमाण पत्र प्राप्त हो जाने के बाद ऑनलाइन पोर्टल में जाना होगा। 
  • इस पोर्टल में सबसे पहले किसान को पराली की गांठ के उचित निष्पादन के लिए पंजीकरण कराना होगा। 
  • यहां किसानों को कुल धान का रकबा, प्रबंधन रखवा और खाता नंबर आदि की जानकारी देनी होगी। 
  • ग्राम पंचायत द्वारा तैयार की गई कमेटी इन किसानों द्वारा दी गई जानकारी का सत्यापन करेगी जिसके बाद जिला स्तरीय कमेटी के पास जानकारी भेजी जाएगी। 
  • जिला स्तरीय कमेटी के सत्यापन के बाद प्रोत्साहन राशि किसानों के खाते में आ जाएगी। 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने कहा है कि योजना के शुरू होने के बाद किसानों में पराली बेचने के लिए होड़ लग गई है। उन्होंने सभी किसानों से गुजारिश की है कि वे जल्द से जल्द अपने खेत की पराली का रजिस्ट्रेशन कराकर इस योजना का लाभ उठाएं। 

होमपेजयहाँ क्लिक करें
अधिकारिक वेबसाइटयहाँ क्लिक करें

  • आवेदक को सबसे पहले प्रमाण पत्र प्राप्त हो जाने के बाद सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • किसान को पराली की गांठ के उचित निष्पादन के लिए पंजीकरण करवाना होगा।
  • कुल धान का रकबा, प्रबंधन रखवा और खाता नंबर आदि की जानकारी प्रदान करनी होगी।
  • किसानो के द्वारा दी गई जानकारी को ग्राम पंचयता के द्वारा सत्यापन किया जायेगा।
  • जिला स्तरीय कमेटी के सत्यापन के बाद प्रोत्साहन राशि किसानों के बैंक खाते में आ जाएगी।

हरियाणा पराली जलाई तो जुर्माने के साथ होगी FIR, हर गांव में तैनात होंगे नोडल अधिकारी

दो एकड़ भूमि तक पराली या अवशेष जलाए जाने पर 2500 रुपये, दो से पांच एकड़ भूमि तक 5000 रुपये और पांच एकड़ से अधिक भूमि पर 15000 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। यह जुर्माना प्रति घटना के हिसाब से पराली या अवशेष जलाए जाने वाले पर लगाया जाएगा।


दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए हरियाणा सरकार ने कमर कस ली है। इस बार पराली जलाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। पराली से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने जागरूकता और सख्ती दोनों विकल्पों को रखा है। पहले किसानों को पराली प्रबंधन के लिए विकल्प दिए जाएंगे। अगर फिर भी किसानों ने पराली जलाई तो जुर्माने के साथ-साथ एफआईआर भी होगी। 

FAQ

Q : हरियाणा पराली योजना की शुरुआत किसके द्वारा की गयी थी ?

Ans :   हरियाणा पराली योजना की शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी के द्वारा की गई थी | 

Q : हरियाणा पराली योजना की शुरुआत क्यों की गयी ?

Ans : हरियाणा पराली योजना की शरुवात बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदेश के अनुसार  दिया गया है कि पराली के बजाय (किसानो ) उत्पादकों को प्रोत्साहन दिया जाए।

Q : हरियाणा में पराली बेचने पर कितना पैसा मिलता है?

Ans : हरियाणा में पराली बेचने पर ₹1000 प्रति एकड़ मिलता है | 

Q : पराली की खरीद योजना को कौनसा विभाग देख रहा है?

Ans : कृषि एंड किसान कल्याण विभाग अधिकारिक वेबसाइट https://www.agriharyanacrm.in/ पर जानकारी प्राप्त कर सकते है 


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